- मनुष्य का विवेक
- सब परमात्मा का स्वरुप
- शरीर में ही स्वस्थ मन तथा आत्मा का निवास
- शरीर को मैं मानना ही मूर्खता
- परमात्मा सबका सहारा
- परमात्मा – आनंद का सागर
- संसार से वैराग्य
- पति-पत्नी का मधुर व्यवहार
- प्राप्त वस्तुओं का सदुपयोग
- ईश्वर की सुन्दर व्यवस्था
- ईश्वर सत्य है